Kachbo Ne Kachbi Rehta Re Jal Me Lyrics - काछबो ने काछबी रेता रे जल में

Kachbo Ne Kachbi Rehta Re Jal Me Lyrics – काछबो ने काछबी रेता रे जल में

राजस्थानी भक्ति गीत काछबो ने काछबी रेता रे जल में लेता हरी रो नाम, Prakash Mali Song Kachbo Ne Kachbi Rehta Re Jal Me Lyrics with Hindi and English...
Sangat Karo Ni Nirmal Sadri Lyrics - संगत करो नी निर्मल साध री म्हारी हेली

Sangat Karo Ni Nirmal Sadri Lyrics – संगत करो नी निर्मल साध री म्हारी हेली

प्रकाश माली का प्रख्यात भजन संगत करो निर्मल सादरी, Popular Desi Bhakti Song Sangat Karo Ni Nirmal Sadri Mhari Heli Lyrics, Prakash Mali Ka Best Heli Bhajan LyricsSangat Karo...
Main Thane Simru Gajanand Deva Lyrics - में थाने सिवरू गजानंद देवा

Main Thane Simru Gajanand Deva Lyrics – में थाने सिवरू गजानंद देवा

Main Thane Simru Gajanand Deva Lyrics in Hindiमें थाने सिमरु गजानंद देवा,वचनो रा पालणहारिया जी ओ ।सरस्वती माता सारदा ने सिमरु,ह्र्दय करो उजियाला जी ओ ।निंद्रा निवारू भोलेनाथ ने,में...
Gori Ke Nanda Gajanand Lyrics - माने बुद्धि दो महाराज गजानंद गौरी के नंदा

Gori Ke Nanda Gajanand Lyrics – माने बुद्धि दो महाराज गजानंद गौरी के नंदा

Gori Ke Nanda Gajanand Lyrics in Hindiमाने बुद्धि दो महाराजगजानंद गौरी के नंदा ।ओ गौरी के नंदा,गजानंद गौरी के नंदा ।पिता तुम्हारे शिव शंकर है,मस्तक पे चन्दा।माता तुम्हारी पार्वती...
Dharti Mata Ro Peru Ghagro Lyrics - धरती माता रो पेरू घाघरो अमर चुनरी

Dharti Mata Ro Peru Ghagro Lyrics – धरती माता रो पेरू घाघरो अमर चुनरी

Dharti Mata Ro Peru Ghagro Lyrics in Hindiधरती माता नो वालो पेरू घाघरो,में तो अमर चुनड़ी ओढू,में तो संतो रे भेली रेवू,में तो बाबो रे भेली रेवू,आठ पुरुष री...
Mitha Lage Bhilni Ra Bor Bhajan Lyrics - मीठा लागे भीलनी रा बोर

Mitha Lage Bhilni Ra Bor Bhajan Lyrics – मीठा लागे भीलनी रा बोर

Mitha Lage Bhilni Ra Bor Bhajan Lyrics in Hindiमीठा लागे भीलनी रा बोर,ओ लक्ष्मण भैया,मीठा लागे सबरी रा बोर ।छोटे भैया मीठा लागे भीलनी रा बोर ।इण वन खण्ड...
Bole Mera Satguru Amritwani Bhajan Lyrics - Guruvani Bhajan

Bole Mera Satguru Amritwani Bhajan Lyrics – Guruvani Bhajan

Bole Mera Satguru Amritwani Bhajan Lyrics in Hindiबोले मेरा सतगुरु अमृतवाणी,दुधा रा दूध पानी रा पानी।रात नहीं निंद्रा चैन नहीं मन में,लागी मारे चोट,सबद री तन में।बोले मेरा सतगुरु...